सिंधिया और मोदी के बीच मध्यस्थता में बड़ौदा राजपरिवार की महारानी की रही अहम भूमिका – अमर उजाला

ज्योतिरादित्य सिंधिया
– फोटो : PTI

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कांग्रेस पार्टी में तवज्जो नहीं मिलने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ससुराल पक्ष से बड़ौदा राजपरिवार की महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड ने उनके एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मध्यस्थता कराने में अहम भूमिका निभाई है, जिसके कारण वह आखिरकार कांग्रेस छोड़ कर भाजपा के नजदीक जाते दिख रहे हैं।

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सिंधिया परिवार के एक करीबी सूत्र ने मंगलवार को को बताया कि ग्वालियर राजघराने से ताल्लुक रखने वाले 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया की ससुराल बड़ौदा राजघराने में है। इसी राजघराने की महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड ने सिंधिया और मोदी के बीच बातचीत का रास्ता तैयार किया।

उन्होंने कहा कि उन्हीं की बदौलत संभव हुआ कि भाजपा और सिंधिया के बीच बातचीत हुई और आखिरकार वह आज कांग्रेस छोड़ कर भाजपा के करीब नजर आ रहे हैं।

सिंधिया परिवार के एक करीबी सूत्र ने बताया कि ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी बड़ौदा के गायकवाड राजघराने से हैं। इस वजह से उनका वहां अक्सर आना जाना रहता है। बड़ौदा की महारानी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अत्यधिक सम्मान करते हैं और उनसे उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा कि संभावना है कि सिंधिया जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

उन्होंने बताया कि सोनिया जी ने सिंधिया की बातें नहीं सुनीं।  राहुल ने भी उन्हें कहा कि आप (मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री) कमलनाथ के साथ बात कर अपने मतभेदों को सुलझाओ।  सूत्र ने बताया कि लेकिन कमलनाथ द्वारा भी उनकी समस्याओं को अनसुना कर दिया। इससे सिंधिया कांग्रेस से नाराज हो गये थे। रविवार को भी सिंधिया ने सोनिया से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया।

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