करीब 30 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर को गिरफ्तार किया – Navbharat Times

हाइलाइट्स

  • राणा कपूर और उनकी दो बेटियों की डमी कंपनी को मिले 600 करोड़? ED की जांच
  • कपूर को रविवार सुबह करीब 11 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा, करीब 30 घंटे तक पूछताछ
  • यस बैंक ने डीएचएफएल को 3,750 करोड़ रुपये का लोन दिया था, नहीं लौटाने पर कोई कार्रवाई नहीं की
  • ईडी अधिकारियों ने मुंबई, दिल्ली में उनकी तीन बेटियों और बैंक मुख्यालय की भी जांच की

मुंबई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार तड़के दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारियों ने उनसे करीब 30 घंटे की पूछताछ की जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

राणा कपूर को रविवार सुबह करीब 11 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी ने शनिवार को वर्ली में राणा कपूर के समुंद्र महल आवास में अपनी जांच जारी रखी। ईडी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या यस बैंक प्रमोटर राणा कपूर और उनकी दो बेटियों की डमी कंपनी अर्बन वेंचर्स को घोटालेबाजों से 600 करोड़ रुपये मिले थे।

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भ्रष्टाचार में लिप्त डीएचएफएल ने बैंक द्वारा दिए गए 4,450 करोड़ रुपये के लिए इस कंपनी को पैसे दिए थे, जिसकी जांच की जा रही थी। ईडी अधिकारियों ने कहा कि यस बैंक ने डीएचएफएल को 3,750 करोड़ रुपये का ऋण और डीएचएफएल द्वारा नियंत्रित फर्म आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स को 750 करोड़ रुपये का एक और ऋण किया था।

सरकार पर कितना भरोसा करें यस बैंक के ग्राहक?
सरकार पर कितना भरोसा करें यस बैंक के ग्राहक?सरकार के आश्वासन के बावजूद यस बैंक के भविष्य को लेकर इस वक्त अटकलों का दौर जारी है। ग्राहकों को अपने पैसे की चिंता सता रही है, वहीं सरकार एसबीआई और एलआईसी के जरिए बैंक को फिर से पटरी पर लाने का भरोसा दिला रही है। नवभारत टाइम्स आपको बता रहा है कि आपको सरकार पर कितना भरोसा करना चाहिए, साथ ही बैंक में 5 लाख तक की रकम जमा करने वालों को ज्यादा चिंतित क्यों नहीं होना चाहिए।

अधिकारियों के मुताबिक, जब इन दोनों कंपनियों ने लोन नहीं चुकाया तो तो यस बैंक ने कार्रवाई शुरू नहीं की। कपूर और उनकी दो बेटियों पर संदेह है, जो डूइट अर्बन वेंचर्स के निदेशक हैं, कि उन्होंने कथित तौर पर कार्रवाई नहीं करने के लिए डीएचएफएल से पैसे लिए।

ईडी को इस बात का संदेह है कि 4,450 करोड़ रुपये की यह राशि, उस 13,000 करोड़ रुपये का हिस्सा है जो डीएचएफएल की ओर से 79 डमी कंपनियों को कथित तौर पर दी गई। इन्ही कंपनयों में अर्बन वेंचर्स भी शामिल है।

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ईडी अधिकारियों ने शुक्रवार देर शाम ही राणा कपूर से पूछताछ शुरू कर दी थी। उन्होंने सुबह तक पूछताछ जारी रखी और शनिवार को सुबह 11 बजे के आसपास उन्हें आगे की जांच के लिए बलार्ड एस्टेट में एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में ले गए। इसके बाद उन्हें तड़के 3 बजे गिरफ्तार कर लिया गया।

ईडी के अधिकारियों ने मुंबई और दिल्ली में उनकी तीन बेटियों और प्रभादेवी में यस बैंक के मुख्यालय की भी जांच की। अधिकारियों ने कहा कि बेटियों के बयान दर्ज किए जाएंगे और कपूर परिवार के वित्तीय लेनदेन की भी जांच की जाएगी।

डीएचएफएल के पूर्व सीएमडी कपिल वधावन भी आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के प्रमोटरों में से एक हैं। ईडी ने जनवरी में वधावन को एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था, जिस मामले में ड्रग स्मगलर इकबाल मिर्ची के खिलाफ जांच जारी थी। वधावन फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।

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