Yes Bank Crisis: जिसे पैसे दिए वो डूबा, इसलिए बैंक तो डूबना ही था – अमर उजाला

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 06 Mar 2020 09:02 PM IST

ख़बर सुनें

पूंजी की कमी से जूझ रहे यस बैंक पर आए संकट के समाधान की प्रक्रिया तेज हो गई हैं। जहां शेयर बाजार ने गोता खाया, वहीं वित्तमंत्री ने शुक्रवार को आगे आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि लोगों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और रिजर्व बैंक इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकालने पर काम कर रहा है। अब सवाल यह है कि आखिर बैंक पर संकट के बादल छाने के पीछे की वजह क्या है।

विज्ञापन

संकट की वजह हैं ये कंपनियां
वित्त मंत्री ने भले ही लोगों का पैसा नहीं डूबने देने की बात कही है। परंतु यस बैंक ने जिन कंपनियों को कर्ज दिया वो या तो डूब गईं या फिर संकटग्रस्त हो गईं। ऐसे में कर्ज की वापसी रुकने से बैंक पर संकट के बादल छा गए।

इस संकट के पीछे कर्ज ना लौटाने और डूब जाने वाली कंपनियों में कैफे कॉफी डे, जेट एयरवेज, वोडाफोन, अनिल अंबानी समूह, एस्सेल, डीएचएफएल, आईएलएफएस उन संकटग्रस्त कंपनियों में शामिल हैं। इन सभी को यस बैंक ने कर्ज दिया था। इन सभी कंपनियों में से कुछ पूरी तरह से डूब चुकी हैं और कुछ संकटग्रस्त हैं।

उदाहरण के लिए बात करें तो जेट एयरवेज बीते साल ही डूब चुकी है। आइडिया ग्रुप के साथ मिलकर टेलीकॉम सेवा प्रदान करने वाली कंपनी वोडाफोन पिछले दिनों एजीआर भुगतान को लेकर चर्चा में रही थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने खासी नाराजगी जताई थी और 12 बजे रात तक भुगतान करने के निर्देश दिए थे।

बता दें कि उस समय वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपये बकाया बताया गया था। खस्ताहालत जेट एयरवेज ने उड़ानें बंद कर दी थीं। कैफे कॉफी डे भी यस बैंक की कर्जदार है और इसके मालिक वीजी सिद्धार्थ ने बीते साल आत्महत्या कर ली थी। 

विज्ञापन

आगे पढ़ें

फिलहाल बैंक कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित

विज्ञापन

Related posts