- कांग्रेस विधायक के इस्तीफे पर बोले सीएम कमलनाथ
- सीएम बोले- बिना मुलाकात कुछ भी कहना ठीक नहीं
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार पर घिरे संकट के बादल छंटने का नाम ही नहीं ले रहे. एक मुसीबत संभलती नहीं है तब तक दूसरी सामने आकर खड़ी हो जाती है. गुरुवार शाम एक कांग्रेस विधायक के इस्तीफे की खबर ने सबको हैरान कर दिया. कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे की खबरों को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मुझे इस संबंध में कोई पत्र नहीं मिला है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके इस्तीफा देने की खबर मिली है.
सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘हरदीप सिंह डंग हमारी पार्टी के विधायक हैं. उनके इस्तीफा देने की खबर मिली है, लेकिन मुझे अभी तक इस संबंध में उनका कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. ना ही उन्होंने मुझसे अभी तक इस संबंध में कोई चर्चा की है और ना प्रत्यक्ष मुलाकात की है.’
सीएम ने कहा कि जब तक मेरी उनसे इस संबंध में चर्चा नहीं हो जाती, तब तक इस बारे में कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा.
विधानसभा अध्यक्ष बोले- प्रत्यक्ष रूप से नहीं मिले विधायक
वहीं विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने भी अपना आधिकारिक बयान जारी किया है. विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने देर शाम अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा, ‘मुझे सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफा देने की खबर मिली है. उन्होंने मुझसे प्रत्यक्ष रूप से मिलकर इस्तीफा नहीं सौंपा है. जब वे मुझसे प्रत्यक्ष रूप से मिलकर इस्तीफा सौपेंगे तो मैं नियमानुसार उस पर विचार कर आवश्यक कदम उठाऊंगा.’
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं बीजेपी ने इस मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि ‘मुझे मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि कांग्रेस के विधायक ने इस्तीफा दिया है. आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि किस प्रकार से इस सरकार में कांग्रेस के विधायक ही पीड़ित और प्रताड़ित हैं. जनता जिस प्रकार से उपेक्षित है और सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है, उसके चलते ऐसे विधायकों को इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़ा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पता लगता है कि सरकार की कैसी स्थिति है. यह सरकार अंतर्विरोध और अंतर्कलह की सरकार है.’
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बता दें, कांग्रेस ने इससे पहले मंगलवार को बीजेपी पर अपने 8 विधायकों को जबरन हरियाणा के होटल में ले जाने का आरोप लगाया था. जाहिर है 26 मार्च को मध्य प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिये चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव से पहले, राज्य में हॉर्स ट्रेडिंग की आशंकाएं बढ़ी हैं. हॉर्स ट्रेडिंग के चलते बिसाहूलाल के गुम होने की भी आशंका जताई गई है.