‘संकटमोचक’ दिग्विजय सिंह ने ही रची थी मध्‍य प्रदेश के सियासी नाटक की पटकथा! – Navbharat Times

संदेह के घेरे में आए दिग्विजय सिंह
हाइलाइट्स

  • मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री कमलनाथ की सरकार फिलहाल संकट से बचती दिख रही है
  • करीब 22 घंटे तक चले सियासी ड्रामे के बाद 6 संदिग्‍ध बागी विधायक लौट आए हैं
  • इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की भूमिका अब विवादों के घेरे में आ गई है

भोपाल

देश का दिल कहे जाने वाले मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री कमलनाथ की सरकार फिलहाल बचती दिख रही है। भोपाल से दिल्‍ली तक करीब 22 घंटे तक चले सियासी ड्रामे के बाद 6 विधायक लौट आए हैं। इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ‘संकटमोचक’ बनकर उभरे। हालांकि दिग्‍गज कांग्रेस नेता की इस भूमिका को लेकर अब गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

राजनीतिक गलियारे में ऐसी चर्चा गरम है कि राज्‍यसभा जाने के लिए दिग्गी राजा ने ही इस पूरी साजिश की पटकथा रची थी। इस दावे के पीछे दो तर्क दिए जा रहे हैं। पहला तर्क यह है कि हार्स ट्रेडिंग में जिन 6 विधायकों का नाम सामने आ रहा है, उनमें 2 विधायक दिग्‍गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बेहद करीबी हैं। इन विधायकों में बिसाहूलाल सिंह और एंदल सिंह कंषाना शामिल हैं।

दिग्विजय सिंह के करीबी हैं दो व‍िधायक

दिग्विजय सिंह के करीबी बिसाहूलाल सिंह 1980 में पहली बार विधायक चुनकर आए थे। वह अभी तक 5 बार कांग्रेस के विधायक बने हैं। बिसाहूलाल सिंह पूर्ववर्ती दिग्विजय सिंह सरकार में पीडब्‍ल्‍यूडी मंत्री, ऊर्जा मंत्री और आदिवासी विकास मंत्री रह चुके हैं। बिसाहूलाल मंत्री नहीं बनाए जाने से सीएम कमलनाथ से नाराज चल रहे हैं। ऐंदल सिंह कंसाना भी दिग्विजय सिंह के बेहद नजदीकी हैं। दिग्विजय सिंह सरकार में बेहद शक्तिशाली मंत्रियों में शामिल थे। कंसाना भी मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं।

कमलनाथ के मंत्री ने ट्वीट कर किया इशारा

मध्‍य प्रदेश में सियासी भूचाल के पीछे दिग्विजय सिंह को जिम्‍मेदार बताए जाने के पीछे दूसरा तर्क कमलनाथ सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का ट्वीट है। कांग्रेस सरकार में उमंग सिंघार ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, ‘माननीय कमलनाथ की सरकार पूर्ण रूप से सुरक्षित है। यह राज्यसभा में जाने की लड़ाई है, बाकी आप सब समझदार हैं।’ कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार के इस ट्वीट से उन अटकलों को बल मिला है जिसमें कहा जा रहा है कि यह पूरा सियासी नाटक दिग्विजय सिंह ने राज्‍यसभा जाने के लिए रचा है।

दिग्विजय सिंह का कार्यकाल खत्‍म हो रहा

सियासी हलकों में कहा जा रहा है कि दिग्विजय सिंह की राज्‍यसभा सीट का कार्यकाल खत्‍म हो रहा है और मध्‍य प्रदेश में 3 सीटों पर राज्‍यसभा चुनाव होने हैं। इनमें से 2 सीटों पर कांग्रेस आसानी से जीत सकती है। सूत्रों के मुताबिक, कमलनाथ सरकार के ‘संकटमोचक’ बनने के बाद दिग्विजय ने कांग्रेस आलाकमान से डील की है, जिसके तहत सरकार बचाने के एवज में उन्हें फिर से राज्यसभा भेजा जा सकता है।

उधर, बीजेपी ने भी दिग्विजय पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा में जाने से रोकने के लिए खेल खेले जा रहे हैं। बीजेपी ने यह भी दावा किया कमलनाथ ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजना चाहते हैं जबकि दिग्विजय इससे नाराज हैं इसलिए वह इस तरह के आरोप लगाकर हड़कंप मचा रहे हैं। राज्‍य में कांग्रेस को फिलहाल 121 विधायकों का साथ है, वहीं बीजेपी के पास 107 विधायक हैं। बहुमत का आंकड़ा 116 है।

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