जिस ताहिर हुसैन को नहीं ढूंढ़ पाई दिल्ली पुलिस, उसने आजतक पर आकर कहा- सरेंडर कर रहा हूं – आज तक

  • ताहिर हुसैन ने कोर्ट में लगाई सरेंडर अर्जी
  • ताहिर बोले- मैं कसूरवार नहीं, निष्पक्ष जांच हो

दिल्ली हिंसा के तीन मामलों में आरोपी पार्षद ताहिर हुसैन आज सरेंडर करेगा. ताहिर हुसैन ने राउज एवेन्यू कोर्ट में सरेंडर की अर्जी लगाई है. इससे पहले ताहिर हुसैन ने आजतक से खास बातचीत में खुद को बेगुनाह बताया. ताहिर हुसैन ने कहा कि आज मैं सरेंडर करना जा रहा हूं. जांच में मैं सहयोग करूंगा. बर्शते जांच निष्पक्ष और ईमानदारी के साथ होना चाहिए. मैं नारको टेस्ट के लिए तैयार हूं.

आरोपों पर ताहिर हुसैन ने कहा कि 24 फरवरी को मैं पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में अपने परिवार से साथ वहां से निकल गया था. उसके बाद मेरा उस बिल्डिंग से कोई मतलब नहीं है. 25 फरवरी की शाम को यह वारदात हुई है. तमाम तरह के आरोप मुझ पर लगाए जा रहे हैं. मैंने 24 को पुलिस को फोन किया था. पुलिस ने मुझे निकाला था. पुलिस ने मेरे घर की तलाशी ली थी. मैंने उस समय ही कहा था कि मेरे मकान का कोई भी गलत इस्तेमाल कर सकता है.

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पुलिस को हैंड ओवर किया था बिल्डिंग

इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत के सवाल पर ताहिर हुसैन ने कहा कि ये तो जांच का विषय है. अंकित की मौत से बेहद दुखी हूं. मैं उनके दुख में शामिल हूं, लेकिन मैं 24 तारीख की शाम को ही वहां से निकल गया था और पुलिस ने बिल्डिंग को अपने हैंडओवर में ले लिया था. कहां से वहां सामान पहुंचा, ये तो पुलिस की तहकीकात में सामने आएगा. मैं वहां पर नहीं था. मैं नहीं था और न ही मेरे परिवार का सदस्य कोई था.

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वायरल वीडियो पर दी सफाई

वायरल वीडियो पर ताहिर हुसैन ने कहा कि वो 24 तारीख की वीडियो है. 24 को दरवाजा तोड़कर लोग उपर चढ़े हैं, जिसमें मैंने पुलिस को फोन किया था. उस समय मेरे हाथ में डंडा था, जिससे लोगों को भगाने की कोशिश कर रहा था. 24 तारीख को ऐसी कोई वारदात नहीं हुई, जिसमें किसी तरह का नुकसान हुआ. खतरनाक वारदात 25 तारीख को हुई है. मैं 24 तारीख को ही पुलिस को बिल्डिंग हैंडओवर करके चला गया था.

अंकित की हत्या के लिए मैं कसूरवार नहीं

ताहिर हुसैन ने कहा कि मैं वहां 1997 से रह रहा हूं. मैं वर्तमान स्थिति के लिए कसूरवार नहीं हूं. मैं खुद अपनी जान की भीख मांगी है. पुलिस को 5 से 6 बार फोन किया. हमारी पार्टी के तीनों नेताओं ने डीसीपी से भी बात कराई थी. मैं खुद पुलिस के आला-अधिकारी के साथ घर से निकल गया था. उसके बाद जो भी वारदात हुई, वह 25 तारीख को हुई है.

दुष्प्रचार से गया था डर

सरेंडर करने में देरी के सवाल पर ताहिर हुसैन ने कहा कि मैं अपने दुष्प्रचार से डर गया था. मुझे वकीलों ने बताया कि आपके जमानत की अर्जी लगाते हैं. पिछले शुक्रवार को सरेंडर करना जा रहा था, लेकिन समय खत्म हो गया था. फिर हम सोमवार को याचिका लगाने वाले थे. इस बीच कुछ और मामलों में मेरा नाम दर्ज किया गया, इसलिए मैंने सोचा कि सरेंडर करना ही मेरे पास आखिरी विकल्प है.

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