15 टेस्ट खेलने वाले सुनील जोशी चीफ सिलेक्टर, 3 टेस्ट वाले हरविंदर को कमेटी में; लेकिन 33 टेस्ट खेलने वाले प्रसाद नजरअंदाज

खेल डेस्क. बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति ने बुधवार को भारत के लिए 15 टेस्ट खेलने वाले पूर्व स्पिनर सुनील जोशी को टीम इंडिया का नया चीफ सिलेक्टर चुना। इनके अलावा, 3 टेस्ट खेलने वाले हरविंदर सिंह भी चयव समिति का हिस्सा होंगे। वहीं, शॉर्ट लिस्ट किए गए पांचों उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 33 टेस्ट खेलने वालेवेंकटेश प्रसाद को मौका नहीं मिला। जोशी और हरविंदर सिंह का कार्यकाल 1 साल का होगा है। जोशी चयन समिति में एमसके प्रसाद (साउथ जोन) की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल इसी साल जनवरी में ही खत्म हुआ था। वे चार साल तक चीफ सिलेक्टर रहे थे। वहीं, हरविंदर को सेंट्रल जोन से चुना गया है। वे चयन समिति में गगन खोड़ा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल भी जनवरी में ही खत्म हुआ है।

चयन समिति के मौजूदा तीन सदस्य जतिन परांजपे (वेस्ट जोन), देवांग गांधी (ईस्ट जोन) और सरनदीप सिंह (नॉर्थ जोन) अगले 1 साल तक पद पर बने रहेंगे।

बोर्ड 1 साल बाद समिति के कामकाज की समीक्षा करेगा

बैठक के बाद बीसीसीआई ने एक बयान जारी कर बताया कि सुनील जोशी सीनियर सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन चुने गए हैं। सीएसी अगले 1 साल तक मौजूदा चयन समिति के कामकाज का आकलन करेगी और इसके बाद करार बढ़ाने पर फैसला होगा। सीएसी के सदस्य मदनलाल ने बताया कि हमने इस काम के लिए दो सबसे बेहतर व्यक्तियों( सुनील जोशी, हरविंदर सिंह) को चुना है। इनकी सोच बिल्कुल साफ है। खासतौर पर सुनील जोशी तो काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं। वे बांग्लादेश टीम के साथ भी काम कर चुके हैं।

जोशी बांग्लादेश और ओमान टीम के साथ काम कर चुके

बाएं हाथ के स्पिनर सुनील जोशी ने भारत के लिए 15 टेस्ट और 69 वनडे खेले हैं। टेस्ट में उनके नाम 41 और वनडे में 69 विकेट हैं। जोशी हैदराबाद और जम्मू-कश्मीर क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं। जोशी बांग्लादेश और किंग्स इलेवन पंजाब टीम के स्पिन बॉलिंग कोच भी रह चुके हैं। इसके अलावा हरविंदर सिंह ने 3 टेस्ट और 16 वनडे खेले हैं। वे पंजाब और रेलवे की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं।

अनुभवी उम्मीदवारों को तरजीह न देने पर उठे सवाल

मदनलाल, आरपी सिंह और सुलक्षणा नाइक वाली तीन सदस्यीय कमेटी ने इंटरव्यू के लिए पांच उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट किया था। इसमेंटीम इंडिया के पूर्व बॉलिंग कोच वेंकटेश प्रसाद, पूर्व स्पिनर राजेश चौहान और क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन शामिल हैं।कमेटी ने अजित अगरकर और नयन मोंगिया जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को इंटरव्यू के लिए भी नहीं बुलाया। हालांकि, बोर्ड सूत्रों ने बताया कि अगरकर पूरी तरह रेस से बाहर नहीं हुए हैं। मौजूदा चयन समिति के तीन सदस्यों जतिन परांजपे, सरनदीप सिंह, देवांग गांधी का कार्यकाल खत्म होने के बाद उनके नाम पर विचार किया जा सकता है।

जोनल पॉलिसी के आधार पर ही सिलेक्टर चुने

अगरकर का नाम इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं होने के बाद ही यह साफ हो गया था कि बोर्ड सिलेक्शन कमेटी के पदों को भरने के लिए मौजूदा जोनल पॉलिसी के हिसाब से चलेगी। जोशी-हरविंदर के चुने जाने के बाद इस पर मुहर भी लग गई। हालांकि, जिस तरह अनुभवी उम्मीदवारों को इंटरव्यू में नजरअंदाज किया गया है। उसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि शॉर्टलिस्ट किए गए पांच उम्मीदवारों में वेंकटेश प्रसाद सबसे अनुभवी थे। वे टीम इंडिया के बॉलिंग कोच के साथ जूनियर चयन समिति में भी रह चुके हैं। पचास साल के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने 33 टेस्ट और 161 वनडे खेले हैं। जो सुनील जोशी और हरविंदर सिंह से ज्यादा हैं। वहीं, क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने शिवरामाकृष्णन ने भी 9 टेस्ट और 16 वनडे औरराजेश चौहान ने 21 टेस्ट खेले हैं। हालांकि, सीएसी के सदस्य मदनलाल से जब इससे जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कर दिया कि बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं था। उन्होंने सिलेक्टर चुनने के लिए सीएसी को पूरी आजादी दी थी।

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सुनील जोशी ओमान के कोच रह चुके हैं। (फाइल)

Source: DainikBhaskar.com

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