शंकर सिंह, नई दिल्ली
सरेआम पिस्टल लहराकर फायरिंग करने वाले शाहरुख पठान की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन उससे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हुई हिंसा के राज उगलवाना क्राइम ब्रांच के लिए एक चुनौती होगी। पूछताछ में उसने बताया कि वह सिंगर बनना चाहता और उसने शौकिया तौर पर पिस्टल रखी थी, तो आखिर क्या वजह थी सिंगिंग में करियर बनाने की चाहत रखने वाले शख्स ने सरेआम पुलिस पर बंदूक तान दी।
हैं कई सवाल, जवाब ढूंढना बड़ी चुनौती
शुरुआती पूछताछ में शाहरुख ने सहज ही दावा किया है कि वह जाफराबाद मेट्रो स्टेशन से निकल रहा था। वहां मौजपुर की तरफ से भीड़ और पुलिस को आते देखा तो जोश में आकर पिस्टल निकाल फायरिंग कर दी।लेकिन अभी उससे कई ऐसे सवाल हैं पूछे जाने बाकी हैं, जैसे- क्या फायरिंग सिर्फ जोश में की गई थी? वह पिस्टल लेकर क्यों पहुंचा था? क्या वह किसी गैंग से जुड़ा है? क्या हथियार लेकर दूसरे युवक भी आए थे? सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में उसकी भागीदारी क्या है? फरारी के दौरान इसे छुपाने में किस-किस ने मदद की?
मार्केट में आना वाला था म्यूजिक अलबम
जांच से जुड़े एक अफसर ने बताया कि शाहरुख मॉडल और सिंगर बनना चाहता है। इसका एक अलबम मार्केट में आने वाला था। वह बॉडी बिल्डिंग का शौक रखता है। फायरिंग की वारदात के बाद वह मेट्रो स्टेशन के नजदीक खड़ी अपनी बाइक में सवार होकर घर की तरफ भाग गया। कुछ देर बाद ही वारदात की विडियो के साथ उसकी खबर चैनलों पर चलनी शुरू हो गई। यह देखकर वो घबरा गया। इसलिए अपने कपड़े बदले, सिर पर टोपी लगाई और फिर वहां से कार लेकर निकल गया।
…और ऐसे पहुंचा दिल्ली से शामली
सबसे पहले कनॉट प्लेस गया और फिर जालंधर पहुंचा। वहां उसे किसी ने पनाह नहीं दी तो बरेली चला गया। यहां से यूपी के मुजफ्फरनगर के शामली में छुप गया। पुलिस ने इसे मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि इसका फिलहाल कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड सामने नहीं आया है। फिलहाल किसी गैंग से ताल्लुक नहीं बता रहा है। लेकिन इसकी जांच होगी कि यह किसी गैंग से तो नहीं जुड़ा है। पुलिस का कहना है कि इसने तीन राउंड फायर किया था, जबकि इसके हाथ से दो कारतूस गिर गए थे। पिता साबिर पठान के ड्रग्स माफियाओं से रिश्ते बताए जा रहे हैं, जो इस मामले में जेल भी जा चुके हैं।
शौकिया रखी थी पिस्टल
पुलिस अभी वारदात में इस्तेमाल पिस्टल हासिल नहीं कर सकी है। पूछताछ में शाहरुख ने बताया कि यह पिस्टल उसने शौकिया रखी थी। इसे दो साल पहले अपने घर में ही जुराब की फैक्ट्री में काम करने वाले एक नौकर से लिया था। पुलिस ने बताया कि यह पिस्टल मुंगेर से मंगाई थी, जो 7.65 एमएम की सेमी ऑटोमैटिक थी। पुलिस इस बयान की तस्दीक कर रही है।
मोबाइल की होगी जांच
शाहरुख किन लोगों के संपर्क में थे और गिरफ्तारी से बचने के लिए उसकी किन लोगों ने मदद की, इसकी जांच की जाएगी। पुलिस उसके मोबाइल फोन का सीडीआर खंगालेगी। फोन की लोकेशन भी निकलवाई जाएगी, ताकि इसके बयान की पुष्टि की जा सके। जालंधर, बरेली और शामली में वह अपने किन दोस्तों से मिला, किसने उसकी मदद की और वहां कितने समय रुका।