मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक, दिग्विजय बोले- सरकार पर कोई खतरा नहीं, हम सब एकजुट – Navbharat Times

दिग्विजय सिंह
हाइलाइट्स

  • मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
  • कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बोले- हम सभी एकजुट, सरकार को कोई खतरा नहीं
  • कमलनाथ ने कहा- विधायक मुझसे खुद कह रहे हैं कि उन्हें पैसा ऑफर हो रहा है
  • दिग्विजय ने दावा किया था कि अब बीजेपी के पास सिर्फ तीन कांग्रेस विधायक हैं

भोपाल

मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप के चलते मंगलवार को आधी रात तक उठापटक जारी रही। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया के सामने आकर कहा कि किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि वे सभी एकजुट हैं। दिग्विजय ने इससे पहले दावा किया था कि बीजेपी के पास अब सिर्फ 3 कांग्रेस और 1 निर्दलीय विधायक हैं जो जल्द लौट आएंगे।

कमलनाथ बोले- फोकट का पैसा मिले तो ले लेना

दिग्विजय सिंह से जब सरकार पर खतरा मंडराने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। हम सभी एकजुट हैं।’ इससे पहले सियासी संकट के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को बीजेपी को घेरते हुए कहा, ‘एमएलए ही मुझसे कह रहे हैं कि हमें इतना पैसा दिया जा रहा है। मैंने विधायकों से कहा है कि फोकट का पैसा मिल रहा है तो ले लेना।’

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दिग्विजय के बयान से सहमत- कमलनाथ

कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर कहा था, ‘मैं दिग्विजय सिंह के बयान से पूरी तरह सहमत हूं। बीजेपी डरी हुई है क्योंकि आने वाले दिनों में उनके 15 साल के शासनकाल में हुए घोटालों का खुलासा होने वाला है।’ कमलनाथ ने आगे कहा, ‘विधायक मुझे खुद बता रहे हैं कि उन्हें पैसा देने की बात की जा रही है।’

‘सिर्फ 4 विधायक बीजेपी के पास’

इससे पहले दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी के रामपाल सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक विधायकों को पैसा देने जा रहे थे। दिग्विजय ने कहा था, ‘अगर वहं छापा पड़ा होता तो वे पकड़े जाते… हमें लगा कि 10 से 11 विधायक वहां होंगे लेकिन अब सिर्फ 4 विधायक उनके पास हैं वे भी जल्द लौट आएंगे।’

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दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘जब हमें पता चला तो जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह वहां गए। जिन लोगों से हमसे संपर्क किया है वे वापस आने को तैयार हैं। हम बिसाहूलाल सिंह और रामबाई के संपर्क में रहे। रामबाई लौट आई हैं जबकि बीजेपी ने उन्हें रोकने की बहुत कोशिश की।’

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