- कांग्रेस ने बीजेपी पर अपने विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाए हैं
- पार्टी का आरोप है कि बीजेपी ने उसके 8 विधायकों को बंधक बना रखा है
- बीजेपी ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इसे कांग्रेस की आंतरिक कलह बताई है
- ये 8 विधायक फिलहाल मानेसर के आईटीसी रिजॉर्ट में ठहरे बताए जा रहे हैं
भोपाल
मध्य प्रदेश की राजनीति में उस वक्त भूचाल आ गया जब मंगलवार मध्यरात्रि को कांग्रेस गठबंधन के 8 विधायक मानेसर के होटल पहुंच गए। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने उनके इन विधायकों को होटल में बंधक बना रखा है। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने बीजेपी पर उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त के भीआरोप लगाए हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, चार विधायक वे हैं जो कमलनाथ सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। जबकि इनमें से एक कांग्रेस विधायक हैं जो कि दिग्विजय खेमे के बताए जा रहे हैं। बता दें कि यह सारा मामला मंगलवार सुबह से ही चल रहे हैं जब दिग्विजयन ने आरोप लगाए थे कि उनकी पार्टी के विधायकों को बीजेपी चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले जा रही है, जबकि बीजेपी ने साफ शब्दों में कहा था कि उसका इससे कोई लेना देना नहीं है और उन्होंने इसे कांग्रेस की आंतरिक कलह करार दिया था।
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह फिलहाल दिल्ली में मौजूद हैं। पटवारी ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि सभी विधायक कांग्रेस से हैं और वे सभी एक ही होटल में हैं। उन्होंने बताया, ‘दिग्विजय सिंह होटल के बाहर हैं लेकिन पुलिस उन्हें अंदर नहीं जाने दे रही है।’ उच्च शिक्षा मंत्री ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के चीफ विप नरोत्तम मिश्रा और पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह पर सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों को पैसे का लालच देने का आरोप लगाया है।
पटवारी ने कहा, ‘शिवराज सत्ता के भूखे हैं। वह आपके पीठ पीछे षडयंत्र करते हैं। उनकी चाल कामयाब नहीं होगी। हम लगातार उन विधायकों के संपर्क में हैं। मैं भी उनके साथ उसी होटल में ठहरा हुआ हूं। बीएसपी विधायक रामबाई मेरे साथ ही बैठी हैं।’
मंगलवार सुबह से ही चल रही थी सुगबुगाहट
दरअसल, दिग्विजय ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया था कि बीजेपी के पूर्व मंत्री भूपेद्र सिंह ने रामबाई को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भगवा पार्टी, कांग्रेस-एसपी-बीएसपी के विधायकों को दिल्ली ले जाने की कोशिश कर रही है। रामबाई के पति गोविंद सिंह ने हालांकि यह कहा कि वह बेटी के इलाज के लिए दिल्ली गई हैं और वह कमलनाथ सरकार के साथ ही हैं। वहीं, इसके पहले कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के आरोपों का समर्थन करते हुए कहा था कि बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही हैं।
मेरी सरकार को नहीं खतराः कमलनाथ
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार सुबह दावा किया था कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है और इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने हालांकि यह जरूर कहा कि बीजेपी की तरफ से उनके नेताओं को खरीदने की कोशिश चल रही है। उन्होंने पत्रकारों से कहा था, ‘विधायकों ने मुझे बताया कि उन्हें काफी धनराशि देने का प्रस्ताव मिला है। मैंने विधायकों से कहा है कि अगर मुफ्त में यह पैसा मिल रहा है तो वे इसे ले लें।’ इस पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, ‘बीजेपी का इस पूरे मामले में कोई लेना देना नहीं है। वास्तव में ये सब अटकलें और आरोप कांग्रेस की आतंरिक कलह का हिस्सा हैं जो सब आगामी राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर हो रहा है।’
भाषा से इनपुट के साथ