राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव से मिले नृपेंद्र मिश्र, जल्द तय होगी निर्माण की तारीख – आज तक

  • चंपत राय से नृपेंद मिश्र ने की मुलाकात
  • मंदिर निर्माण की तैयारियों का लिया जायजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव रह चुके नृपेंद मिश्र कार्यशाला पहुंचे और ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात कर मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा लिया. चंपत राय ने मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र को कार्यशाला घुमाते हुए मंदिर निर्माण की तैयारियों के बारे में जानकारी दी.

इस मुलाकात के दौरान मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों का कितना काम हुआ, कितनी ऊंची मंदिर की प्लिंथ होगी, कितना ऊंचा छत होगा, कितने पाए बनाए गए हैं जैसे मुद्दों पर बात हुई. इस दौरान चंपत राय ने कितनी तैयारी पूरी है, कितना वक्त लगेगा, होली के बाद काम का क्या स्वरूप होगा, जैसी बातों पर भी उन्हें ब्रीफिंग दी.

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चंपत राय ने मिश्र को तराशे गए पत्थरों के बारे में बताया और उससे राम मंदिर निर्माण के बारे में विस्तार से जानकारी दी. चंपत राय ने राम जन्मभूमि मॉडल के साथ-साथ मंदिर का निर्माण तराशे गए पत्थरों से किस तरह किया जाएगा, इसके बारे में भी बताया. चंपत राय ने बताया कि कौन-सा पत्थर कहां लगेगा, छत में कौन-सा पत्थर लगेगा, मंदिर के अन्य स्थानों पर कौन-से पत्थर लगाए जाएंगे.

तैयारियों का जायजा

नृपेंद्र मिश्र मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन हैं. उन्होंने ध्यान से एक-एक चीज देखी और सुनी. साथ ही ट्रस्ट और अधिकारियों के साथ चर्चा भी की. मंदिर निर्माण की औपचारिक शुरुआत से पहले की इस विजिट में नृपेंद्र मिश्र ने तैयारियों का पूरा जायजा लिया. अब जल्द ही मंदिर निर्माण के लिए बाकी की तैयारियां होंगी और निर्माण शुरू होने करने की तारीख आएगी.

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हालांकि चंपत राय ने यह साफ कर दिया कि रामनवमी के दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया जाने वाला है, क्योंकि उस दौरान 15 से 20 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने आते हैं. इसलिए उनकी पहली प्राथमिकता उनको सकुशल दर्शन कराकर घर वापसी कराने की है.

सीएम योगी से की मुलाकात

राम मंदिर निर्माण को लेकर गठित ट्रस्ट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव रह चुके नृपेंद मिश्रा को ‘राम मंदिर निर्माण समिति’ के प्रमुख का दायित्व सौंपा गया था. राम मंदिर निर्माण समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद 1967 बैच के अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा शुक्रवार को पहली बार लखनऊ पहुंचे थे. जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की.

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