टैबू सब्जेक्ट पर संदेश देने में सफल साबित होती है ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’

रेटिंग 3/5 स्टारकास्ट आयुष्मान खुराना, जीतेंद्र कुमार, नीना गुप्ता, गजराज राव, मनु ऋषि चड्‌ढा, सुनीता राजवर, मानवी गगरू निर्देशक हितेश केवल्य निर्माता आनंद एल. राय, भूषण कुमार, हिमांशु शर्मा, किशन कुमार म्यूजिक अखिल सचदेव, बैकग्राउंड स्कोर : केतन सोढ़ा जोनर कॉमेडी ड्रामा अवधि 117 मिनट हितेश केवल्य की लिखी और उन्हीं के निर्देशन में बनी ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ दो लड़कों के आपसी प्यार और उनके परिवार के बीच उठे जद्दोजहद व पीड़ा पर बनी फिल्म है। इस कथा-व्यथा को बखूबी वही समझ सकता है, जो इस रास्ते से गुजर रहा हो।समलैंगिकता विषय पर बनी इस फिल्म की कहानी के अनुसार, कार्तिक (आयुष्मान खुराना), अमन (जीतेंद्र कुमार) से प्यार कर बैठता है। इसी बीच अमन के माता (नीना गुप्ता) – पिता (गजराज राव) एक लड़की से उसकी शादी तय कर रहे होते हैं। लेकिन अमन समलैंगिक होने के कारण कार्तिक के साथ रहना चाहता है। अमन के गे होने की बात उनके माता-पिता को पता चलने पर घर-परिवार में हाय-तौबा मच जाती है। कार्तिक और अमन का प्यार जीत हासिल कर पाता है या उनके संबंधों पर माता-पिता का दबाव? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।यह फिल्म सीधे-सीधे समलैंगिकता पर एक संदेश देने में सफल साबित दिखाई देती है। हम इस मुद्दे को सिरे से नकार नहीं सकते। निर्माता-निर्देशक ने इस विषय पर फिल्म बनाकर बड़ी हिम्मत दिखाई है। दूसरी तरफ हमारा समाज कितना भी विकसित और खुले विचारों वाला क्यों न हो गया हो। भले ही इसे कानूनी इजाजत क्यों न मिल गई हो। वावजूद इन सबके गे होने की बात सामने आने पर आज भी घर-परिवार में हाय-तौबा मचना तय है।इस बात को कहने के लिए फिल्में बननी जरूर शुरू हो गई हैं, लेकिन इसे स्वीकारने में जमाना लग जाएगा।दर्शक अपने चहेते स्टार आयुष्मान खुराना और समलैंगिकता के जीवन की कशमकश को देखने के लिए जरूर सिनेमाघर जा सकते हैं। फिल्म में आज के यूथ और कॉमेडी का अच्छा तालमेल है। फिल्म में गाने कम हैं, पर ‘गबरू…’ जैसे गाने कहानी के मुताबिक अच्छे और सार्थक लगे। इसके अलावा ‘अरे प्यार कर ले…’ भी अच्छे तरीके से क्रिएट किया गया है।

Shubh Mangal Zyada Saavdhan Movie Review

Source: DainikBhaskar.com

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