गर्भस्थ शिशु को कुरान के साथ गीता और गायत्री मंत्र से भी संस्कारित कर रहीं मुस्लिम मां

Publish Date:Sun, 16 Feb 2020 11:37 PM (IST)

ग्वालियर, जेएनएन। मध्‍य प्रदेश के ग्‍वालियर स्थित फूलबाग मैदान में धार्मिक सद्भाव की अनोखी मिसाल देखने को मिली। आने वाली संतान के बेहतर भविष्य के लिए हिंदू और मुस्लिम मां के आगे धर्म की दीवार भी आड़े नहीं आई। रविवार को गर्भ संस्कार और 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में दो मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हुईं। गीता और गायत्री मंत्रों के बीच उन्हें हवन कुंड में आहुति डालते देखकर सभी चौंक गए। इसमें 500 गर्भवती महिलाएं पुंसवन (गर्भ) संस्कार में शामिल हुईं। शहर की खुशबू बानो हवन में शामिल हुईं।
बेहतर बात से हमें इंकार नहीं
वह अपने गर्भस्थ शिशु को कुरान के अलावा गीता और गायत्री मंत्रों से भी संस्कारित करने की सोच रखती हैं। दोनों महिलाओं के पति भी अलग सोच नहीं रखते हैं। रखसार के पति आबिर खान और खुशबू के पति सादिक खान से जब संवाददाता ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि, जो हमारे बच्चे के लिए बेहतर है। उस हर बात से हमें ऐतराज नहीं हैं।

‘बजरंगवली का भक्त, अदा करता हूं नमाज’
गायत्री परिवार द्वारा आयोजित पुंसवन संस्कार (गोद भराई) में शामिल हुई खुशबू बानो के पति सादिक का कहना है कि मैं बंजरंगवली का भक्त हूं और नमाज भी पढ़ता हूं।
‘गीता भी देती है कुरान जैसा सुकून’
रखसार के पति आबिर खान का कहना है कि कुरान की आयतों के साथ ही अन्य धर्मों की अच्छी बातों को भी आत्मसात करना चाहिए। मेरी गर्भवती पत्नी न केवल गायत्री महायज्ञ में शामिल हुई। जितना सुकून हमें कुरान पढ़कर मिलता है, उतना ही सुकून गीता सुनकर भी मिलता है।
Posted By: Arun Kumar Singh

डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

Source: Jagran.com

Related posts

Leave a Comment