ATM से कैश निकालना आपकी जेब पर पड़ेगा भारी! जानिए पूरा मामला

कैश विड्रॉल

ATM ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने RBI को लेटर लिखकर कहा इंटरचेंज फीस (Interchange Fees) बढ़ाने की मांग की है. अगर RBI इसकी मंजूरी देता है तो ATM से कैश निकासी पर चार्ज बढ़ जाएगा.

News18Hindi
Last Updated:
February 15, 2020, 3:25 PM IST

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नई दिल्ली. भारतीय ATM ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) को एक लेटर लिखकर ग्राहकों द्वारा ATM से कैश विड्रा करने पर इंटरचेंज फीस बढ़ाने की मांग की है. ATM ऑपरेटर्स एसोसिएशन का कहना है कि अगर RBI इंटरचेंज फीस बढ़ाने की अनुमति नहीं देता है तो इससे उनके कारोबार पर बुरा असर पड़ेगा. खासतौर पर इसका असर नए ATM मशीनों को इंस्टॉल करने पर होगा. देश में ATM मशीनों की पहुंच बढ़ाने के लिए लगातार कवायद की जा रही है.एसोसिएशन ने RBI को भेजे गए लेटर में लिखा है, ‘खर्च बढ़ने और रेवेन्यू सामान रहने की वजह से न केवल ATM बिजनेस पर असर पड़ रहा, बल्कि नए ATM इंस्टॉलर करने के प्रोसेस पर भी असर डाल रहा है.’क्यों बढ़ा है ATM ऑपरेशन का खर्च?ATM ऑपरेटर्स एसोसिएशन का कहना है कि RBI ने ATM की सुरक्षा और मेंटेनेंस की अनुपालन ​स्टैंडर्ड को बढ़ा दिया है. RBI के इस फैसले के बाद किसी भी ATM मशीन की सुरक्षा और मेंटेनेन्स खर्च पहले से अधिक बढ़ गया है. इसके उलट ATM सुविधा प्रदान करने वाली कंपनियों की रेवेन्यू पर कोई असर नहीं पड़ा है.यह भी पढ़ें: बजट पर वित्त मंत्री और RBI गवर्नर ने की चर्चा, AGR को लेकर कही ये बातक्या है वर्तमान में ATM विड्रॉल पर चार्ज?वर्तमान में, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ATM में इंटरचेंज फीस को 15 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन रखा गया है. यह चार्ज प्रति ग्राहक प्रति महीने 5 ट्रांजैक्शन के बाद लगता है. इसी चार्ज को लेकर कॉनफेडरेशन ऑफ इंडियान इंडस्ट्री (CATMi) का कहना है कि ATM मशीनों की डेली ऑपरेशन के लिए यह चार्ज पर्याप्त नहीं है.
RBI ने गठि​त की थी कमिटीउल्लेखनीय है कि पिछले साल ही RBI ने उच्चस्तरीय कमिटी का गठन किया ​था. इस कमिटी की जिम्मेदारी थी कि वो ये बताए कि देश भी ATM की संख्या को कैसे बढ़ाया जाएगा और सुदूर जगहों पर ATM की पहुंच कैसे बढ़े. दिसंबर महीने में ही इस कमिटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. 6 सदस्यीय इस कमेटी की जो प्रमुख सुझाव था, उसमें कहा गया था कि इंटरचेंज को बढ़ाया जाए. इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले यह बात कही है.यह भी पढ़ें: ये शख्स बना भारत का पांचवा सबसे अमीर व्यक्ति, जानिए कितनी है इनकी संपत्तिक्या है कमिटी का सुझाव उन शहरी क्षेत्रों में जहां की कुल आबादी 10 लाख से अधिक है, उसके लिए कमिटी ने सुझाव दिया है कि फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर इंटरचेंज फीस को 17 रुपये और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को 7 रुपये किया जाए. इस सुझाव में यह भी कहा गया कि फ्री विड्रॉल की लिमिट को घटाकर 3 कर दिया जाए. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए सुझाव में कहा गया है कि जहां की आबादी 10 लाख से कम है, वहां इंटरचेंज चार्ज को बढ़ाकर 18 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन कर दिया जाए. 18 रुपये का चार्ज फाइनेंशियल चार्ज और 8 रुपये नॉन-फाइनेंशियल चार्ज के तौर पर 8 रुपये वसूला जाए. वहीं, फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट को 6 कर दिया जाए.यह भी पढ़ें: अगर गुम या फिर चोरी हो जाए एटीएम कार्ड तो सबसे पहले क्या करें!

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First published: February 15, 2020, 3:21 PM IST
Source: News18 News

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