डॉक्टर बनने का था सपना, हत्या के मामले में 14 साल जेल में रहा, वापस आकर पूरी की MBBS की पढ़ाई

जेल से आने के बाद पूरी की एमबीबीएस की पढ़ाई अफजलपुरा में रहने वाले सुभाष पाटिल का बचपन से सपना था कि वह डॉक्टर बनेंगे। इसके लिए उन्होंने मेहनत कर के पढ़ाई की और एमबीबीएस में दाखिला भी लिया। सुभाष पाटिल जब एमबीबीएस के तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे तभी साल 1997 में उन पर हत्या का आरोप लगा और पढ़ाई बीच में ही छोड़कर जेल जाना पड़ा। इस मुश्किल में भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपने को जिंदा रखा। हत्या के मामले में जाना पड़ा जेल हत्या के आरोप में अदालत ने सुभाष को साल 2006 में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अपने पिछली जिंदगी के बारे में बताते हुए सुभाष ने कहा कि, मैंने 1997 में एमबीबीएस में दाखिला लिया था, मेरा सपना था कि मैं एक बड़ा डॉक्टर बनूं। लेकिन साल 2002 में मुझे मर्डर केस में जेल जना पड़ा और मैंने वहां जेल की ओपीडी में काम किया। मेरे अच्छे व्यवहार को देखते हुए अदालत ने मुझे 2016 में रिहा कर दिया। जेल की ओपीडी में करता था काम सुभाष पाटिल बतातें हैं कि जेल से आने के बाद उन्होंने 2019 में अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। बता दें कि एमबीबीएस की डीग्री पाने के लिए एक साल का इंटर्नशिप करना अनिवार्य होता है। सुभाष ने बताया कि उन्होंने फरवरी महीने में ही अपनी इंटर्नशिप पूरी की है। जेल में रहने के दौरान वह वहां की ओपीडी में काम किया करते थे और अन्य अपराधियों का इलाज भी करते थे। Kalaburagi:Subhash Patil who was convicted for 14yrs, realises his dream of becoming a doctor,says,I joined MBBS in’97,but in ’02 I was jailed in a murder case.I worked at jail’s OPD;After release in 2016 for good conduct,completed MBBS in ’19, today I’ve completed 1yr internship pic.twitter.com/fE5kNleymY
— ANI (@ANI) February 15, 2020 हालातों के आगे नहीं मानी हार मर्डर केस में सुभाष पाटिल 14 साल जेल में बिताने पड़े लेकिन इस बीच उन्होंने अपनी प्रैक्टिस जारी रखी। जेल में उनके व्यवहार को देखते हुए साल 2016 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्हें रिहा कर दिया गया था। सुभाष पाटिल ने बताया कि अपने सपने को पूरा करने पर वह बहुत खुश हैं। सुभाष पाटिल अब दूसरे अपराधियों के लिए प्रेरणा बन गए हैं।
Source: OneIndia Hindi

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